सुशांत सिंह राजपूत के पूर्व घर पर अब अदा शर्मा का कब्जा : जून 2024 आ गया है और सुशांत सिंह राजपूत के पुराने घर से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। खबर है कि अदा शर्मा उस घर में शिफ्ट हो गई हैं, जहां उन्होंने आखिरी सांस ली थी। पहले पता चला था कि अदा शर्मा इस घर में शिफ्ट होंगी, लेकिन अब यह पुष्टि हो गई है कि उन्होंने पांच साल की अवधि के लिए प्रॉपर्टी लीज पर ले ली है। अक्टूबर 2023 में डील फाइनल हुई थी और कुछ महीने पहले ही उन्होंने आखिरकार घर शिफ्ट कर लिया।
मां और दादी के साथ अदा शर्मा हुई शिफ्ट
अपनी मां और दादी के साथ अदा शर्मा पहली बार बनारा पाली हिल में शिफ्ट हुई हैं। उन्होंने इस घर में काफी समय बिताया है। उनका कहना है कि उन्हें इस घर में सकारात्मकता का अहसास होता है और उन्हें लगता है कि अगले पांच साल उनके लिए शांतिपूर्ण रहेंगे। गौरतलब है कि अदा शर्मा फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ में मुख्य भूमिका निभाने के बाद से ही चर्चा में हैं।
‘बस्तर- द एक्सल स्टोरी’
फिलहाल वह अपनी आने वाली फिल्म ‘बस्तर- द एक्सल स्टोरी’ को लेकर सुर्खियों में हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने घर खरीदने के संकेत दिए थे, हालांकि उन्होंने इसे खरीदा है या लीज पर लिया है, इस बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं है। हालांकि, अब यह पुष्टि हो गई है कि अदा शर्मा अगले पांच साल तक इसी घर में रहेंगी।
सीबीआई केस सुलझाने में विफल
सुशांत सिंह राजपूत की बात करें तो 14 जून 2020 को उनके दुर्भाग्यपूर्ण निधन को लगभग चार साल हो चुके हैं। हमारे देश की प्रतिष्ठित जांच एजेंसी सीबीआई इस केस को सुलझाने में विफल रही है। इस केस की प्रगति के बारे में एजेंसी की ओर से अभी भी कोई ठोस सबूत या आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। लोग अपना धैर्य खो रहे हैं और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म उनकी शिकायतों से भरे पड़े हैं, जो अक्सर किसी का ध्यान नहीं जाता।
राजनीतिक लाभ के लिए मुद्दों का शोषण
यह स्पष्ट है कि वर्तमान में ध्यान अन्य मामलों पर है और उम्मीद है कि किसी दिन देश की आवाज़ सुनी जाएगी। यह सही समय है कि सत्ता में बैठे लोग आगे आएं और कार्रवाई करें। हमारे देश में राजनीति की वर्तमान स्थिति इस बात का स्पष्ट उदाहरण है कि कैसे राजनीतिक लाभ के लिए मुद्दों का शोषण किया जाता है, जबकि सत्ता में बैठे लोग अपनी जिम्मेदारियों से बचते हैं।
जनता को अंधेरे में रखा
सुशांत सिंह राजपूत मामले को लेकर भारतीय जनता ने काफ़ी राजनीतिक माहौल देखा, लेकिन ऐसा लगता है कि किसी भी राजनीतिक दल ने उनके नाम का फ़ायदा नहीं उठाया। इसके बावजूद, हमारे देश की सक्षम जांच एजेंसी सीबीआई कोई ठोस नतीजा देने में विफल रही है। इस मामले में कोई ख़ास प्रगति नहीं हुई है और जनता को अंधेरे में रखा गया है।
जांच की मौजूदा स्थिति के बारे में बुनियादी अपडेट भी उपलब्ध नहीं हैं। इस स्थिति ने लोगों को निराश कर दिया है और उनकी आवाज़ अनसुनी रह गई है। उम्मीद है कि एक दिन इस मामले में न्याय होगा। मैं इस मामले पर आपकी राय जानना चाहूँगा। कृपया नीचे टिप्पणी अनुभाग में अपने विचार साझा करें।